शुहरत योलोशेव - देवोना

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शुहरत योलोशेव - देवोना 

मैं पागल हूं, मेरे विचार नहीं रुकते
मेरे दर्द को तुम्हारे सिवा कोई नहीं जानता।
मैं रात को सो नहीं सकता,
तुम्हारे सिवा मुझे कोई प्यार नहीं करता।

मेरे हिजड़े कहते हैं "खाओ" मेरा दिल,
अंदर, मेरे सपने कहते हैं "जाओ"।
कौन अपना दिल खोलता है और कहता है "आओ" मेरे पास?
तुम्हारे सिवा मुझे कोई प्यार नहीं करता।

या तो तुम पागल हो या तुम पागल नहीं हो,
मुझे आश्चर्य है कि आपको मुझसे प्यार हो गया। (x2)

यदि आप शिकायत नहीं करते हैं,
आँखे नम हो तो,
भले ही जीवन पतला हो
मुझे आश्चर्य है कि आप इसे प्यार करते हैं।

एक बनाऊं तो एक कम
मैं ऐसा नहीं कर सका - इससे बहुत दर्द होता है।
भले ही मेरा दिल संकीर्ण है
मुझे आश्चर्य है कि आप इसे प्यार करते हैं।

मेरे हिजड़े कहते हैं "खाओ" मेरा दिल,
अंदर, मेरे सपने कहते हैं "जाओ"।
कौन अपना दिल खोलता है और कहता है "आओ" मेरे पास?
मुझे आश्चर्य है कि आपको मुझसे प्यार हो गया।

या तो तुम पागल हो या तुम पागल नहीं हो,
मुझे आश्चर्य है कि आपको मुझसे प्यार हो गया। (x2)

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