किन मामलों में बच्चे को पालने की सलाह नहीं दी जाती है?

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किन मामलों में बच्चे को पालने की सलाह नहीं दी जाती है?
✍️ बाल रोग विशेषज्ञ ज़र्निगोर हयदारोवा:
✅ हिप डिसप्लेसिया या जन्मजात हिप फलाव के साथ पैदा हुए शिशुओं को पालने की सलाह नहीं दी जाती है।
🔻क्योंकि पालने से प्रक्रिया कठिन हो जाती है;
🔻बच्चे के ठीक होने में देरी हो रही है;
इसलिए, बच्चे के पैरों को खुला छोड़ने की सलाह दी जाती है।
✅ जन्मजात हृदय दोष के साथ पैदा हुए शिशुओं को पालने की सलाह नहीं दी जाती है। क्‍योंकि उन्‍हें सांस और ऑक्‍सीजन की समस्‍या होगी।
जन्म के आघात (विशेष रूप से इंट्राकेरेब्रल हेमेटोमा और सेफलोहेमेटोमा) के साथ पैदा हुए शिशुओं को पालने की सलाह नहीं दी जाती है।
🔻खोपड़ी के अंदर दबाव अधिक होता है, झटकों के दौरान बच्चा बहुत बेचैन हो सकता है और उसके अप्रिय परिणाम हो सकते हैं।

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