नेत्र रोगों में।

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नेत्र रोगों में।

🍂 मुट्ठी भर सूखे शहतूत के पत्तों पर 1 कप उबलता पानी डालें और इसे 10 मिनट तक भाप में उबालें।

🍂 इसे ठंडा करके पलकों की त्वचा को पोंछने से आंखों की सूजन और गण्डमाला रोग में लाभ होता है।

🍂 पट्टी के एक टुकड़े को टिंचर में भिगोकर आंखों पर सेक करें और 20 मिनट तक लेटे रहें, यह धुंधली दृष्टि का इलाज है।

🍂जब हवा चल रही हो और कंपकंपी हो रही हो। पत्तियों और शाखाओं के टिंचर में थोड़ा सा पुदीना मिलाकर दिन में 3-4 बार पिया जाता है। यह टिंचर रास्पबेरी चाय की तुलना में बेहतर उपचार करता है।

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