दोस्तों के साथ बांटें:
संगतकार, जीवन की खुशबू तुम्हें भरने दो,
सम्मानित, उदार और स्वतंत्र रहें।
प्रभु की शरण लो,
अपने प्यार के प्रति वफादार रहें।
सम्मानित, उदार और स्वतंत्र रहें।
प्रभु की शरण लो,
अपने प्यार के प्रति वफादार रहें।
इरादा सुबह की तरह पवित्र है, आपका दिल सफेद है,
आपका चेहरा एक पूर्णिमा का एक चमकदार उदाहरण है।
कभी नहीं जानते कि आप क्यों हारते हैं,
आपकी आत्मा मजबूत है, आपका कद चिकना है।
हंसी, उत्सव से भरा साल
सपने सच होते हैं, दिल दिल के करीब होता है।
क्षण सैकड़ों शताब्दियों के लिए समान हैं
शुद्ध संतानों में गर्मी पहुंचाता है।
फूल, दुखों को दूर करो, नया साल!
मजबूर मत करो, खुशी लाओ, नया साल!
लेखकः आजम ओबिद